1. गोदान (मुंशी प्रेमचंद):
गोदान हिंदी के सबसे प्रसिद्ध उपन्यासों में से एक है, यह उपन्यास मुंशी प्रेमचंद द्वारा 1936 मे लिखा गया था। और उपन्यास भारत के किसान वर्गों की समस्या के बारे में विस्तार से विवरण प्रदान करता है। तथा इसी के साथ भारतीय ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों के बारे में लिखा गया है। इस उपन्यास का मुख्य चरित्र होरी जो जीवन भर अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों और सामाजिक, आर्थिक समस्याओं से लड़ता है। इस उपन्यास में कुछ सामाजिक मुद्दों जैसे जातिवाद, सामाजिक अन्याय के बारे में भी प्रकाश डाला है।
2. निर्मला (मुंशी प्रेमचंद):
"निर्मला" उपन्यास प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास है, जो भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति पर विशेष बल देता है। प्रेमचंद द्वारा लिखित "निर्मला" उपन्यास सामाजिक बुराइयों और स्त्री-जीवन की त्रासदियों पर आधारित है। यह उपन्यास एक युवा विधवा निर्मला की कहानी है, जो अपनी छोटी उम्र में ही आर्थिक समस्याओं और पारिवारिक दबावों के कारण कई कठिनाइयों का सामना करती है। उपन्यास भारतीय समाज की कुरीतियों, दहेज प्रथा और स्त्री-शोषण पर गहरा प्रहार करता है।